तुम आओ न..
***************दर्द ये पिघल जाए
दिल जो बहल जाए
स्वप्न फिर संवर जाए
तुम आओ न..
सोच ये बदल जाए
मीत जो मिल जाए
गीत कोई नया गाए
तुम आओ न..
रंग ये निखर जाए
संग जो तेरा पाए
पुष्प फिर खिल जाए
तुम आओ न..
दिन ये चमक जाए
शाम जो बहक जाए
बेक़रार हमें कर जाए
तुम आओ न..
नयन ये मुस्काए
बदन जो सिहर जाए
मिलन फिर हो जाए
तुम आओ न..
चमन ये महक जाए
बागवां जो मिल जाए
सुंगध फिर बिखर जाए
तुम आओ न..
राह ये दिखा जाए
चैन जो हमें आए
हम किसी के हो जाए
तुम आओ न..
यादें ये रुला जाए
आंगन जो सूना पाए
किस्मत नहीं बदल पाए
तुम आओ न..
-व्याकुल पथिक