स्वास्थ्य संबंधित परेशानी से कुछ दिनों के लिये मैं ब्लॉग जगत से दूर जा रहा हूँ। रेणु दी के स्नेह के कारण मैं इस योग्य बन सका कि अपनी भावनाओं को शब्द दे सकूँ। उन्होंने मेरी नकरात्मक लेखनी की भी सराहना की। वैसे अन्य वरिष्ठजनों का आशीर्वाद भी मिलता रहा। परंतु तबीयत अचानक अधिक बिगड़ गयी है। अतः कुछ लिखने और पढ़ने में असमर्थ हूँ।
सभी स्नेहीजनों को पुनः प्रणाम कर रहा हूँ। ब्लॉग पर आना मेरे लिये एक अलग तरह की अनुभूति रही। इतना स्नेह और सम्मान मिलेगा ,इसकी कल्पना नहीं की थी।